Dastaan-E-Hindustan

Graphic series on some classical events that shaped the history of India.

“ज़िंदा है शाहजहाँ की चाहत अब तक,
गवाह है मुमताज़ की उल्फत अब तक,
जाके देखो ताज महल को ए दोस्तों,
पत्थर से टपकती है मोहब्बत अब तक !!”
Last days of emperor Shahjahan.

“लखनऊ हम पर फिदा और हम फिदा ए लखनऊ,
क्या है ताक़त आसमां की ,हमसे छुड़ाए लखनऊ”
Wajid Ali Shah’s last night in Awadh.

“मत रख अपने दिल में इतनी नफरते ऐ इंसान,
जिस दिल में नफ़रत हो उस दिल में मेरा श्याम नहीं रहता…”
But, as they say…he merged into the sea!

|| बुद्धं शरणं गच्छामि ||
|| धम्मं शरणं गच्छामि ||
|| संघं शरणं गच्छामि ||
Ashoka, The Emperor Who Gave Up War

।। बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी ।।
The Warrior Queen, Manikarnika